गरीबों के हक पर डाका: ब्लैक किया जा रहा लक्ष्मीबाई योजना का राशन

उन्नाव। करीब दो महीने में ब्लाक के गोदामों से डेढ़ हजार टन से अधिक टन गेहूं और 2100 टन से अधिक चावल का उठान किया गया। यह आनाज लक्ष्मीबाई योजना के लाभार्थियों को सस्ते में बांटा जाना है। किंतु इसकी कोई सार्वजनिक सूचना प्रकाशित न होने से ज्यादातर लाभार्थी राशन लेने ही नहीं जा रहे हैं। इसका फायदा उठाकर कोटेदार कागजी खानापूर्ति कर लाखों का राशन ब्लैक कर रहे हैं।
पूर्ववर्ती बसपा सरकार ने एपीएल श्रेणी के गरीबों को पेंशन देने के लिए महामाया आर्थिक मदद योजना शुरू की थी। इसके तहत 107112 लोगों को लाभ दिया गया। बाद में इस श्रेणी के गरीबों को सस्ता अनाज मुहैया कराने की भी योजना बनी। इसके लिए करीब डेढ़ वर्ष पहले महामाया पेंशनधारकों के पीले राशन कार्ड पर मोहर लगाकर सत्यापन किया गया था। राशन का आवंटन होता इससे पहले ही विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गई, जिससे मामला ठंडे बस्ते में चला गया। चुनाव बाद प्रदेश में सपा सत्ता में आ गई। इस सरकार ने केवल नाम बदल कर लक्ष्मीबाई योजना कर दिया और जबकि अन्य सुविधाएं जस की तस रखीं।
करीब चार महीने पहले योजना के लाभार्थियों को सस्ता अनाज बांटने को हरी झंडी मिल गई। गोदामों से राशन का उठान भी शुरू हो गया। जिले की सभी राशन दुकानों में दो महीने से लक्ष्मीबाई योजना के 107112 लाभार्थियोें के लिए राशन भेजा जा रहा है। कुल मिलाकर प्रति माह 1606.68 टन गेहूं और 2142.24 टन चावल आवंटित किया जा रहा है। ज्यादातर ब्लाक क्षेत्रों में तीन से चार महीने का उठान हो चुका है।
लक्ष्मीबाई योजना के लाभार्थियों को राशन मिलने संबंधी कोई सूचना जिला प्रशासन की ओर से जारी नहीं की गई और न ही कोटेदारों ने ही गांवों में मुनादी कराई। जानकारी के अभाव में ज्यादातर लाभार्थी कोटेदारों के पास राशन लेने ही नहीं जा रहे हैं। इसका लाभ उठाकर कोटेदार गरीबों के हक पर डाका डाल रहे हैं। कोटेदार पिछले दो महीने से कागजी खानापूर्ति कर लाखों रुपए का राशन ब्लैक कर रहे हैं और जिले में बैठे अधिकारी चंद क्षेत्रों का निरीक्षण कर सब कुछ चकाचक होने का दावा कर रहे हैं।

राशनकार्ड, पासबुक दिखा लें राशन
उन्नाव। रानी लक्ष्मी बाई पेंशन योजना के लाभार्थियों को अलग से राशन कार्ड नहीं जारी किए गए हैं। इस योजना के 107112 लाभार्थियों के पीले कार्ड पर ही ब्लाक से मोहर लगा दी गई है। लाभार्थी अपना राशन कार्ड या पेंशन खाते की बैंक पासबुक कोटेदार को दिखाकर राशन प्राप्त कर सकते हैं।

लक्ष्मीबाई योजना का अनाज दो महीने से राशन दुकानों पर बांटा जा रहा है। कई ब्लाकों में तीन से चार महीने का उठान भी हो चुका है। अभी तक कहीं से राशन न मिलने कोई शिकायत नहीं आई है। हम लोग वितरण पर निगाह रख रहे हैं। अगर कहीं से कोई शिकायत आती है तो संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।
-सुशीला, जिला पूर्ति अधिकारी

Related posts

Leave a Comment